वाराणासी बना वेदांता के 1500वें नंदघर के शुभारंभ का गवाह
केंद्रीय महिला और बाल विकास एवं कपड़ा मंत्री, श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने वाराणासी में किया वर्चुअली शुभारंभ वेदांता की फ्लैगशिप सीएसआर
परियोजना से ग्रामीण भारत के 40 लाख समुदाय को लाभान्वित करने का लक्ष्य वाराणासी के काशी विद्यापीठ ब्लॉक का सुरही गांव वेदांता के 1500वें
नंदघर के शुभारंभ का गवाह बनायह नंदघर वेदांता समूह की ग्रामीण विकास एवं सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत् मील का पत्थर है। केंद्रीय महिला और
बाल विकास एवं कपड़ा मंत्री, श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने वर्चुअली वाराणसी में नए केंद्र का शुभारंभ कियाइस अवसर पर उन्होंने राजस्थान के बाड़मेर
और ओडिशा के लांजीगढ़ जिले के आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और नंद घर लाभार्थियों से बातचीत की। इस अवसर पर श्रीमती ईरानी ने महिलाओं और बच्चों
के जीवन में बुनियादी स्तर पर बदलाव लाने के लिए वेदांता की सराहना कीउन्होंने कहा कि वेदांता के 1500वें नंदघर का शुभारंभ करना अत्यंत हर्ष का
अवसर है। यह सीएसआर के तहत् किए गए बेहतरीन उदाहरणों में से एक है जो कि वेदांता के लिए मील का पत्थर है जिसने आंगनवाडी के स्वरूप को
मॉडल के रूप में राज्यों में नंदघर में बदलकर ग्रामीण महिलाओं और बच्चों में बदलाव को सुनिश्चित किया हैउन्होंने कहा कि वें 4 वर्ष पूर्व एक नंदघर की
शुरूआत के अवसर पर मौजुद थी और तब से अब तक इस परियोजना ने सफलतापूर्वक लंबा सफर तय किया है जिसके लिए नंदघर की टीम बधाई की
पात्र है2015 में नंद घर की शुरूआत 13.7 लाख आंगनवाड़ियों 8.5 करोड़ बच्चों और में 2 करोड़ महिलाओं के जीवन को बदलने की दृष्टि से शुरू हुई थी।
नंदघर वेदांता के अध्यक्ष, श्री अनिल अग्रवाल के ड्रीम प्रोजेक्ट मॉडल आंगनवाड़ियों का एक नेटवर्क है जहाँ बच्चों, महिलाओं और स्थानीय समुदायों के
समावेशी विकास पर बल दिया जाता है। नंद घर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सहयोग से स्थापित किए गए हैं। वेदांता के अध्यक्ष अनिल
अग्रवाल ने कहा कि "मुझे यह देखकर प्रसन्नता है कि वेदांता की प्रमुख परियोजना, नंद घर, देश भर में ग्रामीण महिलाओं और बच्चों के जीवन में बदलाव
लाने में सफल हुई है। हम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के बच्चों में कुपोषण को दूर करने, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने और
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