<जयपुर के प्रताप नगर में बनेगा प्रदेश का पहला कोचिंग हब>

जयपुर के प्रताप नगर में बनेगा प्रदेश का पहला कोचिंग हब वास्तुविदों ने दिया कोचिंग हब की डिजाईन का प्रस्तुतिकरण जल्द ही कोचिंग हब की डिजाइन को


दिया जायेगा अंतिम रूप दो फेज में होगा कोचिंग हब का निर्माण 


 


आवासन आयुक्त श्री पवन अरोड़ा ने बताया कि मंगलवार को मंडल


मुख्यालय के बोर्ड रूम में कोचिंग हब के डिजाइन को अंतिम रूप देने के लिए देश के जाने-माने वास्तुविदों (आर्किटेक्ट्स) से प्रस्तुतिकरण लिए गए। उन्होंने


बताया कि इन डिजाइनों में से अब शीघ्र ही कोचिंग हब के डिजाइन को अंतिम रूप दे दिया जाएगा और कोचिंग हब का कार्य समय सीमा में पूरा कर लिया


जायेगा


 


 


उल्लेखनीय है कि कोचिंग हब के निर्माण से पूर्व परियोजना की प्रारंभिक संकल्पना को एमएनआईटी से अनुमोदित करवा लिया गया था। कोचिंग हब की


डिजाइन को अंतिम रूप देने के बाद यहां तेजी से काम शुरू हो सकेगाआवासन मंडल द्वारा कोचिंग हब के शीघ्र निर्माण के लिए तेजी से कार्य किए जा रहे हैं।


कोचिंग हब के पास 21 व्यावसायिक शोरूम बनाने के लिए अतिक्रमण हटा लिया गया है। चारदीवारी निर्माण सहित अन्य कार्य प्रगति पर हैं और कोचिंग हब के


ब्लॉकों के निर्माण कार्य के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं।


 


उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की बजट घोषणा की अनुपालना में जयपुर के


प्रताप नगर के सेक्टर 16 में लगभग 70 हजार विद्यार्थियों की क्षमता वाले कोचिंग हब का निर्माण किया जा रहा हैयह कोचिंग हब 67 हजार वर्गमीटर क्षेत्र में


बनाया जाएगाइस कोचिंग हब की खास बात यह होगी कि यहां उपलब्ध भूमि के 30 प्रतिशत क्षेत्र में ही निर्माण कराया जाएगा और 70 प्रतिशत क्षेत्र खुला ही


रहेगादो फेज में होगा कोचिंग हब का निर्माण कोचिंग हब का निर्माण दो फेज में करवाया जाएगा। इनमें प्रथम फेज में 5 और द्वितीय फेज में 3 टावर


बनेंगेकोचिंग हब में कुल 8 सांस्थानिक टावर बनेंगे।


 


प्रत्येक सांस्थानिक भवन में प्रतितल 5000 वर्गफीट से लेकर 14 हजार वर्गफीट तक के कारपेट क्षेत्र को


कोचिंग संस्थानों को बेचने का प्रावधान रखा गया है। प्रत्येक टावर 7 मंजिल का होगा, जिसमें कुल 1 लाख वर्गफीट क्षेत्रफल निर्मित किया जाएगा। इन सभी


भवनों के नीचे भूतल पार्किंग को विकसित किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट 42 माह में बनकर तैयार हो जाएगा। कोचिंग हब के पहले फेज का निर्माण कार्य सितम्बर,


2022 में पूरा हो जाएगा और दूसरा फेज दिसम्बर, 2023 में पूर्ण हो जाएगा।


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