मणिराम छावनी के बड़े पुजारी कहलाने वाले गोवर्द्धन निवास व जौनपुरिया मंदिर के महंत बजरंग दास का शनिवार को आकस्मिक निधन हो गया।
वह मूलत: भागलपुर बिहार के निवासी थे और बाल्यवस्था में ही महंत नृत्यगोपाल दास महाराज से दीक्षा ली थी।
बाल्यावस्था में बने थे संत : 13 भाई त्यागी, खाखचौक अखाड़ा संप्रदाय अयोध्या वाले के नृसिंह द्वारा बिजयनगर में गुरू रामछबील दास जी महाराज के सान्निध्य में संसार त्याग कर बाल्यावस्था में ही बजरंग दास जी महाराज ने संतत्व धारण किया था। पिछले 50 वर्षों से वे यहां नृसिंह द्वारा में प्रवास कर रहे थे। महाराज पिछले लंबे समय से अस्थमा रोग से ग्रसित थे। कल तक बाजार में स्वयं भ्रमण कर रहे थे। सोमवार देर रात उन्होंने अंतिम सांस ली।
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